बुधवार को आयोजित एक सम्मेलन में सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने जमीनी युद्ध को लेकर कहा कि, बालाकोट में किए गए हवाई हमले दिखाते हैं कि अगर आप निपुण हैं तो जरूरी नहीं कि बढ़ा हुआ तनाव हमेशा युद्ध में तब्दील हो जाए। भारत की उत्तरी सीमा चीन के साथ और पश्चिमी सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है।
उन्होंने इस तरफ भी इसारा किया कि, दक्षिण चीन सागर में चीन का प्रभुत्व दिखाता है कि एक भी गोली चलाए बिना या जवाबी कार्रवाई के लिए उकसाए बिना छोटे-छोटे कदमों से भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
नरवणे ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन की 21वीं सदी को सेनाओं की तुलना में आईएसआईएस तबाही मचाने की गतिविधियों के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने में कहीं आगे है।
बताते चले कि, नरवणे ने पाकिस्तान को भी की बार चेताया कि अगर उसने अपने देश से आतंकवाद को खत्म नहीं किया तो उसका अंजाम बुरा होगा। इसके साथ ही पीओके पर उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार एक बार बोल दे तो हम पूरी तरह तैयार हैं।