कोरोना वायरस से अब तक 160 से ज्यादा देश इसकी गिरफ्त में है। लेकिन अभी तक इस वायरस का कोई सटीक इलाज नहीं मिल पाया है। कई देशों के शोधकर्ता लगातार इस पर रिसर्च कर रहे है। जिससे इस वायरस को जल्द से जल्द फैलने से रोका जा सके। इस दौरान कनाडा के शोधकर्ताओं की एक टीम कोरोना वायरस का इलाज ढूढ़ने में लगी हुई है। इस टीम में अरिंजय बनर्जी नाम के एक भारतवंशी भी शामिल है।
भारतवंशी अरिंजय मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट फाॅर इंफेक्शियस डिसीज रिसर्च में पोस्ट डाॅक्टोरल छात्र है। वे कोरोना और चमगादड़ों के मामलों के विशेषज्ञ है। इस टीम ने हाल ही में दो मरीजों के नमूनों से वायरस को अलग (आइसोलेट) करने में कामयाबी हासिल कर ली है जिसकी वजह से कोविड-19 फैलता है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस महामारी का इलाज मिल जाएगा।