निर्भया के दोषियों की फांसी से कुछ ही दिन पहले दोषी अक्षय ठाकुर की पत्नी ने तलाक तो मांग लिया, लेकिन इस मामले की सुनवाई के पहले ही दिन अदालत नहीं पहुंची। गुरुवार को बिहार के औरंगाबाद की अदालत में अक्षय की पत्नी पुनीता देवी द्वारा लगाई गई तलाक की अर्जी पर सुनवाई होनी थी, जिसके लिए वह कोर्ट नहीं आई। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 24 मार्च की तारीख निर्धारित की है। इसके साथ दोषियों एक और चाल चली है।
चारों दोषियों ने दिल्ली के पटिलाया हाउस कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की है, जिसमें फांसी रुकवाने की मांग की गई है। इस अर्जी में दोषियों की अलग-अलग विचारधीन याचिकाओं का हवाला दिया गया है। इसके अलावा दोषियों ने देश में फैले कोरोना वायरस का हवाला देते हुए कहा है कि यह समय फांसी के लिए सही नहीं है।
दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया के सभी दोषियों को शुक्रवार को सुबह 5.30 बजे फांसी दी जाएगी। जेल में फांसी की तैयारी पूरी कर ली गई है। अक्षय ठाकुर को छोड़कर बाकी तीन दोषियों पवन, विनय और मुकेश के उसके घरवाले अंतिम मुलाकात भी कर चुके हैं।
उधर अक्षय की पत्नी ने तलाक की अर्जी दायर कर कहा है कि, वह किसी दुष्कर्म के दोषी की विधवा बनकर नहीं रहना चाहती। चौथा डेथ वारंट खारिज करवाने के इरादे से दोषी अक्षय की पत्नी की ओर से दायर की गई तलाक की याचिका इस मामले में अदालत को एक बार फिर अपना फैसला कानूनी रूप से बदलने के लिए बाध्य कर सकती है।