
बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल अंतर्गत गोमिया प्रखंड के झुमरा पहाड़ की तलहटी में सोमवार शाम साढ़े छह से सात बजे तक पुलिस-माओवादियों में मुठभेड़ हुई। चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के बंदी नावाडीह के बीच घने जंगलों में आमना-सामना हुआ। दोनों तरफ से लगभग दो सौ राउंड फायरिंग हुई।
हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। अंधेरे का लाभ उठाते हुए माओवादी घने जंगलों में भाग गए। टेंट, राशन आदि अन्य कई तरह के सामान भी बरामद हुए हैं। घटना की पुष्टि कोयलांचल डीआईजी प्रभात कुमार ने की। बताया जाता है कि एक करोड़ के इनामी माओवादी दुर्योधन ऊर्फ मिथिलेश सिंह के दस्ते से मुकाबला हुआ। इसके अलावा सब जोनल कमांडर रणविजय महतो का भी दस्ता बताया गया।
माओवादियों से मोर्चा लेने में एएसपी अभियान उमेश कुमार की अगुवाई में सीआरपीएफ 26वीं बटालियन, बोकारो जिला पुलिस बल व चतरोचट्टी थाना प्रभारी मुकेश कुमार व थाना के जवानों के अलावा हजारीबाग सीआरपीएफ के कोबरा के जवान शामिल थे। माओवादियों की संख्या दो दर्जन के आसपास थी। सीमावर्ती हजारीबाग जिले के आंगो थाना क्षेत्र में हरली के पास जंगल नाला में सोमवार सुबह उसी क्षेत्र के किमो पंचायत निवासी जितेन्द्र मरांडी नामक युवक का शव पुलिस ने बरामद किया था।
माओवादियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप में उसकी हत्या कर दी थी। जितेंद्र आंगो थाना कांड संख्या 10/16 में वांछित भी था। यह ग्रामीण गोमिया के ही छोटकी सीधावारा स्थित ग्लोबल पब्लिक स्कूल में शिक्षक भी था। हत्या की घटना के बाद माओवादियों की टोह लेने कोबरा के जवान झुमरा की ओर निकले थे। वहीं, गोमिया के नावाडीह के जंगल में विश्राम कर माओवादियों से आमना-सामना हो गया।