
मुजफ्फरपुर. कोरोना संक्रमण के रोकथाम में देश-दुनिया के डॉक्टरों व स्वास्थ्य विभाग की टीमें जुटी हैं। ऐसे में एनसीसी कैडेट व कम्युनिटी ट्रैफिक पुलिस ने भी इस दिशा में पहल की है। एनसीसी मुख्यालय के निर्देश पर गर्ल्स व ब्वॉयज कैडेट अपने घर पर कपड़े का मास्क बना रहे हैं। ये करीब 10 हजार से अधिक मास्क बीते 15-20 दिनों में बनाकर उन्हें शहर के विभिन्न चौक-चौराहे और बस्तियों में बांट चुके हैं। इसका निर्माण अभी जारी है।
32 बिहार बटालियन एनसीसी के सीओ लेफ्ट. कर्नल मनमोहन ठाकुर ने बताया कि एनसीसी कैडेट को हर परिस्थिति में काम करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाना जरूरी है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें इसके लिए करीब 70 कैडेट जिला प्रशासन की मदद कर रहे हैं। वहीं, घर पर रहने वाले कैडेट से मास्क तैयार कराया जा रहा है। एलएस कॉलेज की सीनियर कैडेट रतना प्रिया ने बताया कि वे प्रतिदिन 25 से 30 मास्क बना रही हैं। रोज दो घंटे यह काम करती हैं। घर व रिश्तेदारों के पास से कपड़ा उपलब्ध हो रहा है। उनकी कई दोस्त भी इस काम में जुटी हैं।
गुलशन के नेतृत्व में सहबाजपुर में तैयार हो रहा मास्क
सीनियर कैडेट व कम्युनिटी ट्रैफिक पुलिस के बोर्ड मेंबर गुलशन कुमार के नेतृत्व में अहियापुर के सहबाजपुर में मास्क तैयार हो रहा है। एक दर्जन कैडेट प्रतिदिन मास्क तैयार कर रहे हैं। गुलशन ने बताया कि मास्क बाजार में अधिक दाम पर मिल रहा है। इससे यह जरूरतमंद और आर्थिक रूप से जूझ रहे लोगों की पहुंच से दूर है। इसलिए वह संयोजक धीरज कुमार की मॉनिटरिंग में मास्क का निर्माण करा रहे हैं। इसमें कैडेट दिनकर कुमार, मो. फैजान आलम, कुंदन कुमार, सर्वेश कुमार, रजत कुमार, अमरेन्द्र कुमार, शोएब अख्तर, दीपक रौशन व अन्य मास्क बनाने में सहयोग कर रहे हैं।