
पटना। दूसरे राज्यों से बिहार पहुंच रहे लोगों में कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव मामले मिलने की संख्या 36 से बढ़कर 43 हो गई है। इसको लेकर बाहर से आने वालों पर विशेष नजर रखा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि जो भी पॉजिटिव मामले मिल रहे हैं, उसके घर को एपी सेंटर मानते हुए आस-पास के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन मानकर उसमें आवश्यक गतिविधियां की जा रही हैं। ताकि कोरोनो संक्रमण की चेन को आगे बढ़ने से रोका जा सके। राज्यभर में ऐसे अभी 79 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर राज्य के 75 लाख 23 हजार घरों में स्क्रीनिंग की गई है। इनमें 3173 लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार के सामान्य लक्षण मिले हैं, जिनके सैंपल की जांच करायी जा रही है।
इस मौके पर सूचना जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि राज्य के बाहर फंसे बिहार के 27 लाख से अधिक जरूरतमंदो के आवेदन आए हैं, जिन्हें एक-एक हजार की सहायता राशि भेजी जा रही है। 17.28 लाख के खाते में यह राशि भेज दी गई है। बिहार फाउंडेशन के माध्यम से नौ राज्यों के 12 शहरों में बिहार के लोगों को भोजन और राशन पैकेट मुहैया कराए जा रहे हैं। राज्य के अंदर 203 आपदा राहत केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर गरीबों को भोजन,आवासन और चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की जा रही है।