
मुजफ्फरपुर। कोरोना वायरस के कारण विश्वविद्यालयों में पढ़ाई से लेकर परीक्षा तक में बड़े बदलाव आने वाले हैं। यूजीसी की ओर से बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट से यह संकेत मिल रहा है। इस रिपोर्ट में एकेडमिक कैलेंडर व परीक्षाओं को लेकर कई सिफारिशें की गई है। इसमें सुझाव दिया गया है कि ओएमआर शीट से परीक्षाएं ली जाए। साथ ही यह सुझाव भी है कि ओएमआर शीट से परीक्षा के साथ ओपन बुक सिस्टम लागू किया जाए। इसका मतलब है कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को साथ में किताब रखने की इजाजत मिले।
रिपोर्ट के अनुसार आगामी सत्र 2020-21 का एडमिशन 31 अगस्त तक पूरा करना होगा और परीक्षाएं जनवरी में लेनी होगी। फाइनल परीक्षा के समय छात्रों को असाइनमेंट, प्रोजेक्ट वर्क आदि भी दिये जाएंगे। इसका अंक परीक्षा के रिजल्ट में जोड़ा जाएगा। कहा गया है कि विवि अपने नियमों के आधार पर ऑफलाइन या ऑनलाइन परीक्षा ले, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। हालांकि, इस पर यूजीसी का फैसला आना बाकी है। यूजीसी की ओर से तीन दिन पहले कहा गया है कि एक सप्ताह में एकेडमिक कैलेंडर व परीक्षाओं पर दिशा-निर्देश जारी किया जाएगा।
लॉकडाउन में छूट मिलते ही करानी है परीक्षा
सिफारिशों में कहा गया है कि लॉकडाउन में छूट मिलते ही परीक्षाओं की प्रक्रिया शुरू कर दें। एक सप्ताह की नोटिस निकाल कर भी विवि परीक्षा ले सकता है। लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करने का भी निर्देश दिया गया है। बता दें विवि की इस साल की स्नातक व पीजी की परीक्षाएं लंबित हैं।
वाइवा व प्रैक्टिकल स्काइप पर संभव
सिफारिश के अनुसार सेमेस्टर की वाइवा या प्रैक्टिकल परीक्षाएं ऑनलाइन ली जा सकती हैं। सुझाव दिया गया है कि स्काइप या इससे मिलते-जुलते वीडियो कॉफ्रेंसिंग एप के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षाएं कराई जाए।
सत्र 2020-21 की परीक्षाएं जनवरी में
कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार सत्र 2020-21 में अगस्त-सितंबर तक एडमिशन पूरा कर जनवरी 21 में परीक्षा शुरू करा देनी है। इसके लिए एक जनवरी से 25 जनवरी तक समय दिया जाएगा। कहा गया है कि इसके बाद का अगला शैक्षणिक सत्र दो अगस्त 2021 से शुरू होगा।