
कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के कारण एक और मौत हो गई। लॉकडाउन के कारण जिला के रंका थाना के चुटिया के चार साल के मासूम बच्चे को अस्पताल तक नहीं पहुंचा पाने के कारण मौत हो गई थी। वहीं कांडी थाना के लमारी की एक गर्भवती महिला की मौत भी लॉकडाउन में वाहन न मिलने और इलाज नहीं होने के कारण हो गई।
उधर ओपी क्षेत्र के मझिगांवा गांव निवासी 50 वर्षीय महेंद्र शर्मा लॉकडाउन के कारण घर नहीं पहुंच सका। वह राजस्थान के उदयपुर में मजदूरी करता था। पत्नी से बात करते कुएं में गिरने से मौत हो गई। घटना बुधवार सुबह की है। महेंद्र लॉकडाउन में फंसे होने की बात अपनी पत्नी रीता देवी से कर रहा था। लॉकडाउन में काम नहीं मिलने के कारण वह कई दिन से रूम में फंसा था। मजदूरी का काम करने वाला महेंद्र काम छूटने व गांव पर परिजनों के समक्ष घरेलू समस्या को ले अपनी पत्नी से मोबाइल पर बात कर रहा था। वह अपनी पत्नी को बता रहा था कि कोरोना महामारी में सारा काम बंद हो गया है। काम बंद होने से बेरोजगार हो गए हैं। वह अपनी पत्नी को भरोसा दिलाया था कि लॉकडाउन खुलने पर घर आ जाएंगे। उसकी पत्नी ने बताया कि महेंद्र पिछले कई दिनों से पारिवारिक चिंता से बेचैन थे। गांव लौटने पर यहीं मजदूरी का काम करने की बात कर रहे थे। परिवार की चिंता होने के कारण वह समझ नहीं पाया कि उसका अगला कदम उसकी मौत का कारण बनेगा। उसी क्रम में वह अचानक सूखे कुएं में जा गिरा। उसके बाद स्थानीय लोगों ने शोर मचाया। उसे निकलने का प्रयास भी किया लेकिन वे सफल नहीं हुए। बाद में स्थानीय प्रशासन की मदद से क्रेन से उसे बाहर निकाला गया। तब तक उसकी मौत हो गई थी। स्थानीय प्रशासन ने शव को कुएं से निकाल कर पोस्टमार्टम के बाद उसके पैतृक गांव भेजा।