
लॉकडाउन के दौरान तेलंगाना में फंसे पलामू के प्रवासी मजदूरों की पहली खेप शनिवार की सुबह में पलामू पहुंच गया है। जिला प्रशासन संबंधित मजदूरों का मेडिकल चेकअप व आवश्यक राशन व पानी उपलब्ध कराने के बाद उन्हें होम क्वारंटाइन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पहली खेप में हैदराबाद से विशेष ट्रेन से रांची पहुंचे 281 प्रवासी मजदूरों को 11 विशेष बस से पलामू लाया गया है। मेदिनीनगर सीटी के जीएलए कॉलेज परिसर में बनाए गए सहायता केंद्र में जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों का स्वागत किया। प्रवासी मजदूरों को संबंधित प्रखंडों में भेजने के लिए 15 बसों की व्यवस्था की गयी है। बसों को प्रयोग से पहले मानक तरीके से सैनेटाइज कराया गया है। उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि के निर्देशन में जीएलए कॉलेज में बनाए गए सहायता केंद्र में प्रवासी मजदूरों के लिए आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। सामाजिक दूरी का अनुपालन कराने के लिए सभी काउंटरों के आगे सर्किल बनाया गया है जिसमें खड़ा होकर मजदूर अपनी बारी का इंतजार किया।
चिकित्सकों की टीम ने किया प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग
उपायुक्त के निर्देश पर जीएलए कॉलेज स्थित सहायता केंद्र में चिकित्सकों की पांच टीम को बैठाया गया। संबंधित टीम तेलंगाना से रांची के रास्ते पलामू पहुंचे 281 प्रवासी मजदूरों की मेडिकल स्क्रीनिंग की। सभी टीम इंफ्रारेड थर्मामीटर से प्रवासी मजदूरों के शरीर का तापमान जानने के बाद सर्दी, बुखार आदि के लक्षण का पता लगा रही है। साथ ही प्रवासी मजदूरों को आवश्यक दवा आदि भी उपलब्ध करा रही है। जांच में स्वस्थ्य मिल रहे मजदूरों के हाथों में होम क्वारंटाइन का मोहर लगाने के बाद घर भेजा गया। साथ ही अगले 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन रहने का निर्देश दिया गया है। प्रवासी मजदूरों के स्मार्टफोन में आरोग्य सेतू एप भी इनस्टॉल कराया गया है।