
पटना। बिहार में रविवार को 18 नए कोरोना पीड़ितों की पहचान हुई। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि भागलपुर से 6, पश्चिम चंपारण से 5, पूर्वी चंपारण से 4 मरीज सामने आये हैं। जबकि शिवहर, बक्सर और सीवान से एक-एक नए मरीज मिले हैं। बिहार में अब कोरोना पीड़ितों की संख्या 503 हो गई।
बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण के विस्तार और दूसरे प्रदेशों से बड़ी संख्या में लोगों के लौटने और कोरोना के संक्रमण वाले मरीजों की पहचान और इलाज को लेकर सभी प्रखंडों में हेल्थ क्वारन्टाइन सेंटर बनाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारी और सिविल सर्जनों को हेल्थ क्वारन्टाइन सेंटर बनाने का निर्देश दिया है।
आपदा विभाग के क्वारन्टाइन सेंटर से यह अलग होगा
स्वस्थ्य विभाग के अनुसार यह आपदा विभाग के क्वारन्टाइन सेंटर से अलग होगा। इसमें आपदा विभाग के क्वारन्टाइन सेंटर से कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को लाकर रखा जाएगा। विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुसार अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की संभावित बड़ी संख्या को देखते हुए लक्षण वाले व्यक्तियों के आवासन हेतु सभी जिलों के प्रत्येक प्रखंड में आपदा प्रबंधन विभाग के क्वारन्टीन सेंटर के अतिरिक्त हेल्थ क्वारन्टीन सेंटर की व्यवस्था किया जाना अनिवार्य है।
स्थल चिन्हित करने का निर्देश
विभाग ने हेल्थ क्वारन्टाइन सेंटर के लिए सिविल सर्जनों को स्थल चिन्हित करने का निर्देश दिया है। साथ ही इस क्वारन्टाइन सेंटर में डॉक्टर, पारा चिकित्सा कर्मी को प्रतिनियुक्त करने को कहा है। इसके साथ ही, उनके आवासन, भोजन आदि की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है।
बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं के इलाज की भी सुविधा दी जाएगी
विभाग ने क्वारन्टाइन सेंटर में बुजुर्गो, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और असाध्य रोगों से पीड़ित व्यक्तियों की लाइन लिस्टिंग करने का निर्देश दिया है ताकि उनके लिए आवश्यकता पड़ने पर आपात व्यवस्था की जा सके। इस सेंटर से प्राथमिक चिकित्सा केंद्र के लिए भाड़े पर लिए गए एम्बुलेंस की सेवा को जोड़ने और दस्त या अन्य महामारी से बचाव के लिए आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध रहने को कहा है। साथ ही, इन सेंटरों पर मच्छरों से बचाव के लिए नियमित छिड़काव भी कराने को कहा है।