
रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लॉक डाउन पीरियड में मंगलवार को नामकुम स्थित भारतीय रॉल और गोंद संस्थान परिसर का भ्रमण किया। प्रयोगशालाओं का अवलोकन किया। वहां लाह पर किए जा रहे अनुसंधान के बारे में जानकारी हासिल की। अधिकारियों के साथ लगभग एक घंटे तक भ्रमण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में यह एक अलग तरह का केंद्र है। यहां लाह पर रिसर्च होता है। एक समय लाह के नाम पर झारखंड दुनिया में अपना अलग पहचान बनाता था। यह आय का एक बहुत बड़ा जरिया रहा है। पर सीधे तौर पर यह विलुप्त होने लगा है, जिससे ग्रामीण सीधे तौर पर जुड़े होते थे। यह उनके आय का स्रोत हुआ करता था। वह कारण जानने में लगे हैं कि अचानक ऐसा क्यों हो गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लगातार वैल्यू एडिशन, रोजगार से जोड़ने और यहां के आंतरिक संसाधनों का बेहतर उपयोग करने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसके अलावा और क्या-क्या संभव है, उसे एक-एक कर देख रहे हैं। सोमवार को ही रोजगार सृजन को लेकर तीन योजनाएं शुरू की गई हैं। इस कड़ी को और कैसे जोड़ा जाए, उस पर काम कर रहे हैं। क्योंकि इस तरह की अनगिनत कड़िया हैं, जिसे बेहतर तरीके से जोड़ा जाए तो राज्य की आर्थिक गतिविधि और रोजगार की असीम संभावनाएं पैदा होंगी। फिर यहां के नौजवानों को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसीलिए हर उस कोने को देखने में लगा हूं जहां से रोजगार सृजन हो सके।