
मुंगेर। कोरोना संक्रमण पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए जिलों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक लोकेश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से की। कार्यपालक निदेशक ने सीएस के पुरुषोत्तम से जिला में आने वाले मजदूरों और उनकी जांच के बारे में जानकारी ली।
कार्यपालक निदेशक ने कहा कि जिला में प्रवेश करने वाले मजदूरों पर पैनी नजर रखे जाने की आवश्यकता है। सीमा पर ही सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग कराएं। महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल सहित अन्य संक्रमण प्रभावित राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों की गंभीरता से जांच कराएं। उनके सैंपल एकत्रित कर जांच कराएं। क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले मजदूरों की नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं।
वहीं, अब राज्य सरकार ने जांच का दायरा बढ़ाने के लिए मुंगेर में ही जांच की व्यवस्था उपलब्ध कराने की बात कही है। सिविल सर्जन ने कहा कि मुंगेर सहित बिहार के 15 जिलों को कोरोना के सैंपल जांच के लिए मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। शीघ्र ही मशीन मुंगेर को उपलब्ध हो जाएगी। इसके बाद मुंगेर में ही कोरोना की जांच हो सकेगी। मुंगेर में जांच होने के बाद उसी दिन मरीज की जांच रिपोर्ट भी सामने आ जाएगी। अभी पटना सैंपल भेजे जाने के बाद रिपोर्ट आने में एक से दो दिनों का समय लग जाता है। इस दौरान में सिविल सर्जन डॉ. के पुरूषोतम , एसीएमओ डॉ. अजय कुमार भारती, डीपीएम नसीम खां, रचना कुमारी, केयर इंडिया की डॉ. नीलू कुमारी, दीपिका, पूजा कुमारी आदि मौजूद थीं।