
गया। कोरोना के संक्रमण से पूरा विश्व परेशान है। जगह-जगह लॉकडाउन या ऐसे ही अन्य प्रावधान किए गए हैं। संकट के बीच विभिन्न देशों में लॉकडाउन या अन्य कारणों से फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने की कवायद शुरू हो गई है। उनकी घर वापसी जल्द होने जा रही है। गृह मंत्रालय के निर्णय के अनुसार करीब आठ हजार बिहारी नागरिकों को विदेश से विमान के जरिए गया हवाई अड्डा पर लाया जा सकता है। विदेश से आने वाले सभी यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बोधगया में बने क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा।
अभियान के नोडल अधिकारी बनाए गए मगध प्रमंडलीय आयुक्त
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने मगध प्रमंडल के प्रमंडलीय आयुक्त असंगबा चुबा आओ को इस पूरे अभियान के लिए नोडल पदाधिकारी बनाया है। गया हवाई अड्डे पर आने वाले नागरिकों का निबंधन व संपूर्ण स्क्रीनिंग आदि कराई जाएगी। इसके साथ ही उनके आवासन, भोजन आदि की व्यवस्था भी जिला प्रशासन स्तर से होगी।
आप्रवासी बिहारियों की वापसी को लेकर कई कोषांगों का गठन
आप्रवासी बिहारियों की वापसी को लेकर कई कोषांगों का गठन किया गया है। इनमें स्वागत व निबंधन कोषांग, परिवहन, आवासन, स्वास्थ्य संबंधी कोषांग, सुरक्षा कोषांग बनाया गया है। आयुक्त के सचिव सभी कोषांगों के वरीय प्रभार में रहेंगे। आयुक्त के निर्देशानुसार सभी कोषांग अपने-अपने काम में जुट गए हैं।
आप्रवासियों के स्वजन में खुशी, कर रहे अपनों का इंतजार
सरकार की इस पहले के बाद विदेशों में फंसे बिहारियों के स्वजनों में खुशी देखी जा रही है। पटना के रंजन सिंह को ब्रिटेन में फंसे बेटे तो अमिजाभ सिन्हा को अमेरिका में फंसी बेटी व दामाद के आने का इंतजार है। ऐसे और भी हजारों परिवार हैं। अब देखना यह है कि उनका इंतजार पूरा कब होता है।