
जमशेदपुर. गुजरात के मोरवी में फंसे कोल्हान के 1187 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार दोपहर 3 बजे टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। मजदूरों को रिसीव करने और उनकी जांच के लिए स्टेशन पर पूरी तैयारी है। श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुवार को सुबह 10.40 बजे मोरवी से खुली थी। उधर, इलाज के लिए सीएमएसी वेल्लौर गए 1200 मरीजों व उनके परिजनों को लेकर स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को रांची के हटिया रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। इसमें 115 लोग पूर्वी सिंहभूम जिले के हैं। इन्हें लाने के लिए जिला प्रशासन ने जमशेदपुर से 5 बसें गुरुवार देर रात रांची भेजी। शुक्रवार को इन्हें लाने के बाद जांच के बाद होम क्वारैंटाइन किया जाएगा।जमशेदपुर समेत राज्य के सभी निजी अस्पतालों में ई-ओपीडी (टेली कॉन्फ्रेंसिंग) सेवा जल्द शुरू होगी। साथ ही कोरोना की जांच के लिए ट्रूनेट मशीन लगाई जाएगी। मशीन का आर्डर दे दिया गया है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने दी। कहा कि डायबिटीज, हाइपरटेंशन समेत बहुत सी बीमारियों के मरीजों को नियमित रूप से डॉक्टरी सलाह की जरूरत होती है। इसलिए निजी अस्पतालों में भी टेली कॉन्फ्रेंसिंग से परामर्श देने की सुविधा शुरू की जा रही है। कुलकर्णी ने बताया कि राज्य में कुल 51 हजार 935 गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार की गई है। इनकी डिलिवरी मई माह में होनी है। इसमें से 14691 पूर्वी सिंहभूम जिले की हैं। जिन महिलाओं को कोरोना जांच की जरूरत है।एमजीएम के वायरोलॉजी लैब में गुरुवार को 333 कोरोना संदिग्धों के सैंपल की जांच हुई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव मिली है। इसमें कोल्हान सहित राज्य के दूसरे जिलों के भी शामिल हैं। यह एक दिन में अभी तक सबसे अधिक सैंपल की जांच रिपोर्ट है। वहीं, पूर्वी सिंहभूम जिले से कुल 75 संदिग्ध मरीजों का नमूना जांच के लिए भेजा गया है। इसमें एमजीएम, टेल्को, बहरागोड़ा, मुसाबनी, कदमा सहित अन्य जगहों के सैंपल शामिल हैं। इस तरह जिले में अबतक कुल 2178 संदिग्धों का नमूना लिया जा चुका है। इसमें 1850 की रिपोर्ट निगेटिव है। 328 की रिपोर्ट शुक्रवार को आने की संभावना है। वहीं, एमजीएम के विशेष ओपीडी में 150 लोगों की जांच हुई, जबकि सर्विलांस केंद्र में 25 लोगों का नमूना लिया गया।लॉकडाउन के कारण बिजली की खपत भी गैर कंपनी इलाकों में घटी है। अप्रैल और मई में अभी मानगो और जमशेदपुर डिवीजन में 80 से 90 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है, जबकि पिछले साल अप्रैल और मई में दोनों डिवीजन में 150 से 160 मेगावाट बिजली की खपत हुई थी। गैर कंपनी इलाकों मानगो, कदमा, बारीडीह, गोविंदपुर, जुगसलाई, परसुडीह, सुंदरनगर, बागबेड़ा समेत कई इलाकों में बिजली की खपत में कमी आई है। लॉकडाउन होने के कारण इन इलाकों में उद्योग धंधे और दुकानें बंद हैं। ऐसे में सामान्य दिनों में होने वाली बिजली खपत जो 150 से 160 मेगावट होती थी, उसमें 70 मेगावाट बिजली की खपत घटी है। ईई पीके विश्वकर्मा ने बताया कि जमशेदपुर डिवीजन में पिछले साल अप्रैल और मई में 115 मेगावाट खपत हुई थी।