
पटना । जब पूरा विश्व थैलेसीमिया दिवस मना रहा था, तब ढाई साल के मासूम को लेकर उसका पिता पीएमसीएच में परेशान था। समस्तीपुर से थैलेसीमिया से पीड़ित मासूम को खून चढ़वाने के लिए पटना आए पिता के लिए एक-एक पल भारी पड़ रहा था। पर्चा बनवाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। पीड़ित मासूम के पिता का कहना है कि हमेशा ऐसा होता है, लेकिन जब थैलेसीमिया दिवस पर मनमानी होगी ऐसा सोचा नहीं था। आखिरकार मां वैष्णो देवी सेवा समिति के प्रयास के बाद काम हो पाया।
बच्चे को लेकर भटकते रहे
पीड़ित मासूम के पिता ने कहा कि आठ बजे पहुंचे तो खून के लिए पर्ची बनवाने में मशक्कत करनी पड़ी। काउंटर पर 10 से 12 बजे के बीच में बुलाया गया। घंटों मासूम को लेकर अस्पताल में भटकते रहे, तब पर्चा बना।
खून के लिए क्या-क्या नहीं सुनना पड़ा
पीड़ित का कहना है कि ब्लड बैंक के काउंटर नंबर 9 पर खून के लिए गए तो कहा गया कि तुम लोग यहां आकर खून मुफ्त में लूट ले जाते हो। मां वैष्णा देवी सेवा समित के संस्थापक मुकेश हिसारिया ने बताया कि सूचना मिलने पर उसकी मदद की गई।
अस्पताल की मनमानी से परेशानी
समस्तीपुर के शाहपुर निवासी ढाई साल के एक मासूम को थैलेसीमिया है। वहां व्यवस्था नहीं होने से घर वालों को पटना आना पड़ता है। शुक्रवार की सुबह घर से 5 बचे चल दिए और आठ बजे मासूम को बाइक से लेकर पटना पहुंच गए। पिता ने आंखों में आंसू भरकर बताया कि यहां खून के लिए क्या-क्या नहीं सहना पड़ा।