
पटना । पुलिस लाइन में तैनात चार हजार से अधिक जवान कोरोना संक्रमण के खतरे की जद में हैं। बिहार सैन्य पुलिस में आधा दर्जन जवानों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद हड़कंप मच गया है। अब थाना से लेकर पुलिस लाइन में एक-एक जवान की स्क्रीनिंग की जाएगी। पुलिस लाइन में पहले से ही सौ से अधिक जवानों को क्वारंटाइन किया गया है। सरकार का आदेश आते ही स्वास्थ्य विभाग ने टीम बना दी है। सिपाहियों और पुलिस पदाधिकारियों के लिए कई सवाल तैयार किए गए हैं।
इसलिए है संक्रमण का बड़ा खतरा
संदिग्ध कोरोना के मरीजों की धर-पकड़ से लेकर उन्हें प्रतिबंधित यानि कंटेनमेंट जोन में ड्यूटी करनी पड़ रही है। ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। पुलिस वाले कई ऐसे संवेदनशीन स्थानों पर ड्यूटी करने के बाद पुलिस लाइन पहुंचते हैं। यहां बैरक में सोशल डिस्टेंस भी मेंटेन नहीं हो पाता है। ऐसे में एक सिपाही को संक्रमण हुआ तो पूरी बैरक को संक्रमण का खतरा होता है। पटना पुलिस लाइन तो जगह और अव्यवस्था को लेकर पहले से ही सवालों में रही है। इसी कारण से पटना पुलिस लाइन में संक्रमण की रोक थाम को लेकर प्रशासन काफी गंभीर है।
एक बड़ा खतरा यह भी, इससे निपटना चुनौती
पटना पुलिस के लिए बड़ा खतरा फेमिली आवास है। यहां पुलिस कर्मी परिवार के साथ रहते हैं। प्रतिदिन पुलिस लाइन और अन्य स्थानों पर इनका आना-जाना होता है। ऐसे में संक्रमण को लेकर बड़ा खतरा होता है। ऐसे जवानों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का निर्देश दिया गया है। बीएमपी में कोरोना के संक्रण के बाद से ही सुरक्षा को लेकर पुलिस कर्मियों के लिए बड़ा अलर्ट है।
आठ टीम के जिम्मे होगी पटना पुलिस लाइन
सिविल सर्जन ने आठ टीम गठित की है। इन टीमों को जिम्मेदारी दी गई है वह एक-एक सिपाही की स्क्र्रींनग करे और सवालों का पूरा रिकार्ड तैयार करे। हर सिपाही का डाटा अब स्वास्थ्य विभाग के पास होगा। सिपाही से उनकी ड्यूटी का पूरा पता लगाया जाएगा। वह कहां-कहां ड्यूटी किए हैं, इसकी पूरी जानकारी ली जाएगी। सर्दी-खांसी, बुखार या अन्य बीमारी के लक्षण हैं तो उसकी इंट्री होगी। शुगर, ब्लड प्रेशर हाई बीपी के साथ अन्य कोई भी बीमारी होगी, जिसकी दवा चल रही होगी तो इसकी भी इंट्री करनी होगी। डीएम कुमार रवि ने सिविल सर्जन को आदेश दिया है कि जल्द से जल्द पुलिस लाइन के सभी जवान और पदाधिकारियों की स्क्र्रींनग करा ली जाए।
संदिग्ध होते ही किए जाएंगे क्वारंटाइन
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि किसी भी जवान में संक्रमण की आशंका या फिर कोई संदिग्ध पाया गया तो उसे क्वारंटाइन कराया जाएगा। स्क्रीनिंग में कोई संदिग्ध होता है तो उसकी जानकारी मिल जाती है। पटना में कई संदिग्ध स्क्र्रींनग में डिटेक्ट किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि एहतियात के तौर पर ऐसा कराया जा रहा है।
बीएमपी 14 में आधा दर्जन जवानों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद अब पुलिस कर्मियों में संक्रमण को लेकर आशंका है। डीएम के आदेश पर पटना पुलिस लाइन के सभी जवानों की स्क्रीनिंग कराई जाएगी। इसके लिए आठ टीमों को लगाया जा रहा है।
– डॉ राज किशोर चौधरी, सिविल सर्जन