
रांची. झारखंड लौटने वाले प्रवासियों की कोरोना जांच (Corona Test) तेजी से हो, इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने पलामू और गिरिडीह जिले में रैपिड डायग्नोस्टिक किट (Rapid Diagnostic Kit) से जांच शुरू कर दी है. इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से झारखंड को 8700 किट भेजे गए हैं. रविवार से इस किट से जांच शुरू हो गई है. समन्वित रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) के स्टेट इंचार्ज डॉ राकेश दयाल ने इसके बारे में जानकारी दी.डॉ राकेश दयाल ने बताया कि गिरिडीह और पलामू जिले में फिलहाल प्रवासियों का ज्यादा लोड है. इसलिए इन्हीं दोनों जिले में इस किट से जांच शुरू की गई है. इन जिलों के रिजल्ट की एनालिसिस के बाद अन्य जिलों में भी इसका उपयोग किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी केंद्र सरकार से किट आया था, लेकिन उसमें शिकायत के बाद उसके उपयोग पर पाबंदी लगा दी गई थी. जिसके बाद यह दूसरा किट आया है. यह किट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) नयी दिल्ली द्वारा अनुमोदित है.आईसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार इस टेस्ट की प्रणाली से अगर टेस्ट निगेटिव आता है, तो कोई बात नहीं मगर यदि पॉजिटिव पाया जाता है, तो आरटीपीसीआर के माध्यम से उसे कन्फर्म कराया जाएगा. एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट किट उन लोगों के लिए काफी कारगर साबित होगा, जो लोग कोरोना वायरस संक्रमित मरीज के आसपास रहते हों या फिर जिन्हें क्वारंटाइन में रखा गया है. एंटीबॉडी टेस्ट उन सामान्य मरीजों के लिए भी उपयोग में लाया जा सकेगा, जो साधारण सर्दी, जुखाम और बुखार से पीड़ित हैं.स्वास्थ्य विभाग ने प्रवासियों की त्वरित जांच के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, नयी दिल्ली द्वारा अनुमोदित एक लाख किट खरीदने की प्रक्रिया शुरू की हुई है. ईसीएमआर ने लगभग 15 कंपनियों के किट को अनुमोदित किया है, जिसमें नौ कंपनियां भारतीय हैं. इस किट के माध्यम से हॉट स्पॉट और बफर जोन वाले क्षेत्रों के साथ-साथ रेड जोन और ऑरेंज जोन में संदिग्धों की स्क्रीनिंग में भी तेजी आएगी.