
सिमडेगा. जिले में प्रवासी मजदूरों (Migrant Laborers) का लौटना जारी है. पिछले एक सप्ताह में लगभग दो हजार प्रवासी जिला लौट चुके हैं. इन सभी को या तो सरकारी क्वारंटाइन या होम क्वारंटाइन (Home Quarantine) किया गया है. अभी तक 1117 लोगों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है. लेकिन ग्रामीणों के अनुसार इनमें से अधिकांश लोग इसका पालन नहीं कर रहे, बल्कि बाहर निकलकर घूमते-फिरते नजर आते हैं. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लोग इस स्थिति को प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती मान रहे हैं.पिछले दिनों केन्द्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद अर्जुन मुंडा से ई-मुलाकात में भाजपा के नेताओं ने इस स्थिति से उनको अवगत कराया. प्रशासन भी बार-बार लोगों से आगाह कर रहा है. गांव और शहर में सर्विलांस टीमों को गंभीरता से काम करने की अपील की गई है. हालांकि जिले के लिए राहत की बात ये है कि पिछले 21 दिनों में यहां कोरोना पॉजिटिव के एक भी केस नहीं मिले हैं. दोनों कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं. अब सिमडेगा जिला ऑरेंज जोन से बाहर निकलकर ग्रीन जोन में जाने की तैयारी में है. लेकिन इस समय में थोड़ी चूक जिले के लिए भारी पड़ सकती है.जिले के डीसी मृत्युंजय कुमार बर्णवाल ने होम क्वारटाइन किये गये लोगों और उनके परिजनों को इस अवधि में विशेष सावधानी एवं सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. साथ ही होम क्वारंटाइन के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन करने काे कहा है. उन्होंने कहा है कि घर लौट रहे प्रवासियों को प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण के बाद 21 दिनों के होम क्वारंटाइन में रखा जा रहा है. इसका उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.