
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन की शुरुआत मंगलवार से होगी। पटना जोन के क्षेत्रीय प्रबंधक जे बर्मन ने इस संबंध में जरूरी निर्देश सभी सिटी को-ऑर्डिनेटर को भेज दिया है। मुल्यांकन का कार्य परीक्षक अपने घर पर करेंगे।किस विषय में कितने परीक्षक की जरूरत है। उन तक कैसे उत्तर पुस्तिका पहुंचेगी इसके समन्वय की जिम्मेदारी सिटी को-ऑर्डिनेटर और विषय के मुख्य परीक्षक को दी गई है। इस दौरान लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के सभी नियमों के पालन करने का भी निर्देश दिया गया है। हालांकि सिटी को-ऑर्डिनेटर मनोहर लाल ने ऐसी कोई भी जानकारी देने से इंकार किया है। अन्य स्कूल के प्रचार्यों की मानें तो रेड जोन होने के कारण रांची में एक से दो दिन के विलंब से मूल्यांकन कार्य शुरू हो सकता है।हर परीक्षक को एक सील्ड बैग में उत्तरपुस्तिका पहुंचाई जाएगी। बोर्ड की तरफ से परीक्षकों को यह हिदायत दी गई है कि उन्हें दी गई उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य सात दिनों में पूरा करना होगा। इसे पूरा करने के बाद उन्हें चीफ नोडल सुपरवाइजर के पास जमा करना होगा। सभी को हिदायत दी गई है कि जब कॉपियों को वापस पहुंचाया जाएगा तो उसे 12 घंटे के बाद ही छुआ जाएगा।कॉपियों को परीक्षक तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मुख्य रूप से चीफ नोड़ल सुपरवाइजर की होगी। वे मुख्य परीक्षक के साथ मिलकर परीक्षकों तक कॉपियां पहुंचाएंगे। अगर कोई परीक्षक कंटेनमेंट जोन के इलाके में रहते हैं तो उनके घर तक कॉपियों को स्कूल वैन की मदद से पहुंचाई जाएगी। यह गाड़ी पूरी तरह ढंकी रहेगी और इसमें पास को भी चिपकाना अनिवार्य होगा। सभी शहरों में कॉपियां पहुंच चुकी हैं। फिलहाल इसकी निगरानी की जिम्मेदारी चीफ नोडल ऑफिसर को दी गई है।