
मुंगेर । कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर सरकार ने 17 मई तक देश में लॉकडाउन घोषित कर रखा है। लॉकडाउन तीन की अवधि में ही देश के अलग अलग प्रदेशों में फंसे बिहारी मजदूरों को वापस लाने की कार्रवाई भी शुरू की गई। सरकारी आंकड़ों के अनुसार बीते एक सप्ताह में एक हजार से अधिक प्रवासी मुंगेर पहुंचे हैं।
हालांकि, वास्तविक आंकड़े इससे कुछ अधिक होने की संभावना है। बाहर से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग कराने के बाद उन्हें क्वारंटाइन कैंप भेजा जा रहा है। वहीं, प्रखंड में गठित क्वीक रिस्पांस टीम द्वारा भी क्वारंटाइन कैंप में रखे गए प्रवासियों की सुबह शाम जांच की जा रही है। थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान संदिग्ध लक्षण पाए जाने पर उनके सैंपल भी एकत्रित किए जा रहे हैं। एसीएमओ डॉ. अजय कुमार भारती ने कहा कि दूसरे राज्यों से पहुंचने वाले प्रवासियों की मेडिकल टीम द्वारा स्क्रीनिंग कराई जा रही है। स्क्रीनिंग के दौरान किसी प्रकार का लक्षण सामने आने पर उनके सैंपल लेकर जांच के लिए पटना भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना संक्रमण की चेन समाप्त करने के लिए जी जान से जुटी हुई है।