
रांची. झारखंड में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए सरकारी स्कूलों (Government Schools) में पढ़ाई शुरू होगी. एक जून से स्कूल खोले जाएंगे. शुरुआत 7वीं से ऊपर की कक्षाएं ही चलेंगी. सीमित संख्या में बच्चे और शिक्षक स्कूल आएंगे. यह प्रयोग सफल रहा, तो 15 जून से सभी कक्षाएं शुरू हो जाएंगी. कोरोना लॉकडाउन के कारण राज्य में 17 मार्च से सभी स्कूल बंद हैं. राज्य भर में 35 हजार सरकारी स्कूल हैं, जिसमें 40 लाख बच्चे पढ़ते हैं.स्कूलों में सबसे पहले कार्यालय खोलने की तैयारी की गई है. इस दौरान प्रत्येक स्कूल में दो शिक्षकों को ड्यूटी पर बुलाई जाएगी. इसके अलावा सातवीं क्लास से ऊपर के बच्चों की पढ़ाई शुरू कराने से पहले उन्हें किताब मुहैया कराई जाएगी. विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह ने कहा कि कोशिश की जा रही है कि एक जून से स्कूलों को खोला जाए.हालांकि शिक्षक संघ का मानना है कि सरकार के निर्देश पर स्कूल तो खुलेंगे, मगर कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिस तरह के संसाधन स्कूलों में होने चाहिए, वे नहीं है. इससे बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों को भी परेशानी होगी. शिक्षक नेता अमरनाथ झा ने कहा कि इन सबके बावजूद बच्चों को शिक्षा से जोड़कर रखने का मकशद है, जिसके लिए शिक्षक तैयार हैं. कोरोना के कारण सरकारी स्कूलों में पठन पाठन ठप है. इसका बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है.बच्चों को शिक्षा से जोड़े कर रखने के लिए विकल्प के तौर पर डिजिटल शिक्षा पर जोर दिया गया है, मगर इससे जितना लाभ होना चाहिए, उतना बच्चों को नहीं मिल रहा है. केन्द्र के गाइडलाइंस के अनुरूप 10 वर्ष से ऊपर के बच्चों को लॉकडाउन में स्कूल शिक्षा दिये जा सकते हैं. यही वजह है कि सरकार सरकारी स्कूलों को कुछ शर्तों के साथ खोलने की तैयारी में जुट गई है.