
मुजफ्फरपुर । नौवीं कक्षा की पढ़ाई शुरू करने के लिए बनाए जा रहे भवन निर्माण कार्य पर ग्रहण लग गया है। भवन निर्माण के लिए जिले में 82 स्कूल चिह्नित हैं, जहां मिडिल से हाईस्कूल बनाया जाना है। फिल्हाल उन सभी जगहों पर प्रशासन के आदेश पर क्वारंटाइन सेंटर बना दिया गए हैं। कोरोना संक्रमण के खतरे के डर से मजदूर और मिस्त्री भवन निर्माण कार्य नहीं कर पा रहे। सर्व शिक्षा अभियान ने डीएम को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया है।
वहीं लॉकडाउन के कारण ईंट का दाम बढ़ा दिया गया है। चिमनी मालिकों द्वारा डेढ़ हजार ईंट की कीमत साढ़े तीन से चार हजार रुपये वसूले जा रहे हैं। वहीं स्कूल भवन निर्माण को लेकर सरकार ने दुकानों को खुलवाने का आदेश दिया है। ईंट आदि निर्माण सामग्री की कीमत में आई उछाल की रिपोर्ट जिले से मांगी गई है। अपर मुख्य सचिव ने इस संबंध में डीएम को निर्देश दिया है कि स्कूलों में भवन निर्माण की आ रही बाधा को शीघ्र दूर किया जाए।
बता दें कि, जिले में 126 पंचायतों में नौवीं कक्षा के लिए भवन बनने की प्रक्रिया चल रही है। इसके तहत कहीं एक तो कहीं दो कमरे बनने हैं। स्थिति यह है कि अभी तक 25 फीसदी भी काम नहीं हो सका है। सभी स्कूल को इसके लिए 11 से 22 लाख रुपये दिए गए हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. विमल कुमार ठाकुर ने कहा कि भवन निर्माण के लिए लगे हुए हैं। थोड़ी-बहुत बाधा तो आती ही रहती है। इन्हें दूर कर लिया जाएगा।