
कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज करना हमारे लिए गर्व की बात है। इस अंतर्राष्ट्रीय आपदा में मैं देश के काम आया और मेरा डॉक्टर होना सफल हुआ। किसी डॉक्टर को इससे बड़ी उपलब्धि नहीं मिल सकती। यह कहना है डॉ अभिमन्यु गोपाल का।कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों का इलाज कर डॉ अभिमन्यु अपने पांच साथी डॉक्टर साथियों और 12 स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ सात दिन की ड्यूटी पूरी कर शनिवार की सुबह बाहर निकले। इन सभी को 14 दिनों के क्वारंटाइन पर रखा गया है। सभी के स्वाब के सैंपल की भी जांच कराई जाएगी।डॉ अभिमन्यु के अनुसार हॉस्पिटल के अंदर हम सिर्फ डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं, एक सैनिक की तरह कोरोना से युद्ध लड़ रहे थे। वहां भर्ती सभी मरीज ठीक हैं। कैंसर पीड़ित महिला भी स्टेबल हैं। उम्मीद है कि सभी संक्रमण मुक्त होकर घर जाएंगे। जैसे पहले दो मरीज जा चुके हैं।डॉ अभिमन्यु की पाली में डॉ राजकपूर सोनी, विप्लव कुमार, रामेश्वर वर्मा और ऋतुराज सिंह ड्यूटी कर रहे थे। इसी तरह तीन पाली में तीन टीमों को लगाया गया था। मुंबई से लौटे कोरोना पॉजिटिव मां-बेटे को कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती किए जाने के साथ ही इन तीनों टीमों की ड्यूटी शुरू हो गई थी। शनिवार को तीनों टीम की ड्यूटी पूरी हुई और सभी सात दिन बाद हॉस्पिटल से बाहर निकलकर क्वारंटाइन पर भेजे गए। इनकी जगह कोविड-19 हॉस्पिटल में तीन नई टीम ड्यूटी में जुट गई है। वहां तीन कोरोना संक्रमित भर्ती हैं।