
पटना । बिहार में कोरोना संक्रमण के आंकड़े विस्फोटक होते दिख रहे हैं। इस बीच रविवार को केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की अवधि को 31 मई तक बढ़ा दिया है। सरकार के तरफ से जारी निर्देश के मुताबिक लॉकडाउन-4 के दौरान हॉटस्पॉट क्षेत्रों में सख्ती जारी रहेगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाने का आग्रह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से किया था। देशभर के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की बैठक में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लॉकडाउन को बढ़ाने को लेकर अपनी राय रख चुके हैं।
स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए लॉकडाउन में विस्तार चाहते नीतीश
विदित हो कि देश में कोरोना संकट को देखते हुए लॉकडाउन लगा संक्रमण रोकने की कोशिश की जा रही है। इस बीच संक्रमण की रफ्तार भी बड़ी है। देश में संक्रमण का आंकड़ा चीन से भी अधिक हो चुका है। बिहार में तो रविवार को 73 कोरोना पॉजिटिव मिले चुके हैं। राज्य में कुल मामले 1251 हो गए हैं। राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा उत्साहजनक है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए लॉकडाउन में विस्तार चाहते थे, जो अब 31 मई तक बढ़ गया है।
फिलहाल भीड़भाड़ वाले स्थानों पर छूट देने के पक्ष में नहीं मुख्यमंत्री
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री बिहार में प्रवासियों के बड़ी संख्या में आगमन को देखते हुए स्कूल-कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थान, सिनेमा व मल्टीप्लेक्स, जिम, रेस्तरां, अंतरराज्यीय ट्रेन और बस सेवाएं, वायु सेवा आदि को खोलने के पक्ष में नहीं हैं। मुख्यमंत्री राज्य के ग्रीन व ऑरेंज जोन में उचित छूट देने के पक्ष में हैं। जहां तक रेड जोन की बात है, कंटेनमेंट जोन को रेड जोन के रूप में घोषित कर वहां लॉकडाउन का सख्ती से पालन होना चाहिए।
प्रवाससियों ने बढ़ाईं मुश्किलें, अब तक मिल चुके 1251 मरीज
विदित हो कि बिहार में अब तक कोरोना वायरस के 1251 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा भी आठ हो चुका है। हाल के दिनों में बिहार में कोरोना का संक्रमण विस्फोटक रूप से बढ़ा है। हाल में मिले अधिकांश कोरोना पॉजिटिव मामले प्रवासियों के ही हैं।