
पटना । बिहार मेंपढ़ाई को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने कक्षा पहली से पांचवीं तक की किताबों को ऑनलाइन करने को कहा है। इन कक्षाओं की पढ़ाई दूरदर्शन से होगी, ताकि किसी भी छात्र को प्रॉब्लम नहीं हो। उन्होंने कोरोना संकट को लेकर भी अधिकारियों को कई निर्देश दिए तथा राशन कार्ड बनाने में तेजी लाने को कहा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि विभिन्न कक्षाओं की पाठ्यक्रमों से जुड़ी किताबों को डिजिटाइज करें तथा उसे वेबसाइट पर उपलब्ध करा दें। इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई में लाभ मिलेगा। कक्षा छह से 12 की तरह ही पहली से पांचवीं के लिए भी ई कंटेंट विकसित किया जाए। कक्षावार तैयार किए गए ई-कंटेंट को टेलीविजन के माध्यम से दिखाएं। डीडी बिहार के माध्यम से कक्षावार दी जा रही ऑनलाइन शिक्षा के टाइम स्लॉट को बढ़ाने के लिए डीडी बिहार से समन्वय किया जाए। कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति और बचाव कार्यों की समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रखंडों में आधार केंद्र को सेफ डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए खोला जाए। आधार केंद्रों की स्थायी व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री को यह जानकारी दी गयी कि वर्तमान में 27 जिलों के डीआरसीसी पर आधार केंद्र की सुविधा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिया कि शेष जिलों के डीआरसीसी में भी ऑनलाइन आधार केंद्र की सुविधा उपलब्ध कराएं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में दस वर्ष से पैैंसठ आयुवर्ग के वैसे लोग जिनके पास आधार कार्ड नहीं है का आधार कार्ड शीघ्र बनवाया जाए। क्वरांटाइन सेंटरों पर रह रहे प्रवासी श्रमिकों का अगर आधार कार्ड नहीं बना है तो सेफ डिस्टेंसिंग के माध्यम से उनका आधार कार्ड बनाया जा सकता है। राशन कार्ड की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर हाल में योग्य परिवारों का राशन कार्ड शीघ्र बनाया जाए। सभी राशन कार्डों को आधार से लिंक किया जाना सुनिश्चित करें। इससे लोगों को वन नेशन वन कार्ड योजना का लाभ मिल सकेगा।
सीएम नीतीश की मुख्य बातें
- कक्षा छह से बारह की तरह ही एक से पांच के लिए भी ई कंटेट विकसित करें
- सभी प्रखंडों में आधार केंद्र सेफ डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खोला जाए
- -जिन प्रवासी श्रमिकों के पास आधार कार्ड नहीं उनके लिए क्वारंटाइन सेंटर पर ही आधार कार्ड बनवाएं