
धनबाद. देश के प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थानआईआईटी-आइएसएम (IIT-ISM) में कोरोना संकट (Corona Crisis) की इस घड़ी में कई विदेशी छात्र-छात्राएं फंसे हुए हैं. ये सभी घर जाना चाह रहे हैं, पर जा नहीं पा रहे. अफगानिस्तान, सूडान, घाना, तंजानिया समेत कई देशों के 39 छात्र-छात्राएं यहां फंसे हैं. ये सभी छात्र-छात्राएं यहां से बीटेक और एमटेक की पढ़ाई कर रहे हैं. यहां पढ़ाई कर रहे विभिन्न राज्यों के छात्र-छात्राएं लॉकडाउन शुरू होते ही अपने-अपने घर चले गए थे. हालांकि, अब इन विदेशी छात्र-छात्राओं को भी वतन भेजने का इंतजाम हो रहा है. संबंधित दूतावासों से बातचीत चल रही है.अफगानिस्तान की रहने वाली छात्रा जोहरा यहना को अपना वतन जाने का इंतजार है. लॉकडाउन लगा तो देश के विभिन्न राज्यों के छात्र यहां से अपने-अपने घर चले गए, पर ये विदेशी छात्र-छात्राएं यहीं रह रहे हैं. वैसे इन्हें यहां किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है, पर ये लोग कोरोना संकट की इस घड़ी में अपने घरवाले के साथ रहना चाहते हैं. इसलिए जोहरा अपना वतन अफगानिस्तान जाना चाहती हैं. उसी की तरह बाकी 38 छात्र-छात्राएं भी अपने-अपने देश जाना चाहते हैं. जोहरा का कहना है कि वैसे तो उसे यहां कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन संकट की इस घड़ी में घरवालों की याद आ रही है. इसलिए वह घर जाना चाहती है. जोहरा के मुताबिक अफगानिस्तान एयरलाइंस उन जैसे छात्रों को ले जाने के लिए व्यवस्था कर रही है. एक दो दिन में दिल्ली से अफगानिस्तान के लिए उड़ान भरी जाएगी. फिलहाल क्लास भी बंद है, ऐसे में घर जाना ही बेहतर होगा.ये सभी विदेशी छात्र-छात्राएं फिलहाल हॉस्टल में ही रह रहे हैं. इन्हें कैंपस के बाहर जाने की इजाजत नहीं है. हालांकि, इनकी वतन वापसी को लेकर संबंधित देशों के दूतावासों से बातचीत चल रही है. आईआईटी- आईएसएम के प्रोफेसर धीरज कुमार का कहना है कि इस सिलसिले में अफगानिस्तान के एंबेसी से बातचीत हुई है. एक-दो दिन में दिल्ली से छात्रों को लेकर विमान अफगानिस्तान के लिए उड़ान भरेगा. इन विदेशी छात्र-छात्राओं का कोर्स लगभग पूरा हो चुका है. प्रोफेसर ने बताया कि यहां से कुछ छात्र ट्रेनिंग के लिए विदेश गए हुए हैं, वे वहां फंस गये हैं. उन्हें वापस लाने के लिए वहां के दूतावास से बातचीत चल रही है.