
कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचने के लिए लगभग दो महीने से जारी लॉक डाउन के दौरान कल-कारखाने और कंपनियों में कामकाज ठप पड़ जाने से बहुत बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार (Unemployment) हो गए हैं. इनमें सबसे खराब स्थिति प्रवासी मजदूरों की है. रोज कुआं खोदकर प्यास बुझाने वाले मजदूर अपने अपने राज्य, अपने अपने गांव लौटने को मजबूर हो रहे हैं. इन हालातों में मजदूरों को उनके राज्यों तक ले जाने के लिए बस और ट्रक वाले मनमानी कीमत वसूल रहे हैं. ऐसा ही एक वाकया दिल्ली के गाजीपुर में आज देखने को मिला. गौरतलब है कि दिल्ली और नोएडा से अपने घर लौट रहे प्रवासियों को ले जाने वाली बसें दिल्ली-गाजीपुर सीमा (Delhi-Gajipur Border) से विभिन्न राज्यों के लिए रवाना हो रही हैं. दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित गाजीपुर में एक यात्री रामदेव शर्मा ने बताया कि वे झारखंड के हैं और अब काम-धंधा खत्म होने के चलते वे अपने राज्य झारखंड लौट रहे हैं. गाजीपुर से झारखंड ले जारी बस में हमसे प्रति व्यक्ति 4000 रुपये वसूले गए.बस के ड्राइवर संतोष कहते हैं कि मुझे लगता है कि सामाजिक दूरियों को ध्यान में रखते हुए बस में ज्यादा लोग चढ़ जाते हैं. मुझे अभी तक इस बात के निर्देश नहीं मिले हैं कि बस में कितने लोग सवार हो सकते हैं. मुझे इस बारे में जब कोई दिशानिर्देश मिलेगा तब मैं उसके हिसाब से सवारियां बिठाउंगा और जरूरत से ज्यादा सवारी को उतार लूंगा.