
वासेपुर के गैंगस्टर फहीम खान के भांजों ने आरा मोड़ पर फल दुकान लगानेवाले एक दुकानदार से पांच लाख रुपए रंगदारी मांगी। रुपए नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। फल दुकानदार ने मामले की शिकायत बैंक मोड़ थाने में की थी। आरोपों का सत्यापन करने के बाद बुधवार की सुबह बैंक मोड़ पुलिस की टीम ने इंस्पेक्टर वीर कुमार के नेतृत्व में वासेपुर कमर मखदुमी रोड नीचे मुहल्ला स्थित फहीम की बहन के घर पर छापेमारी की। पुलिस को देख फहीम का भांजा गोडविन खान ने छत से छलांग लगा दी। इसके कारण उसके पैर फ्रैक्चर हो गया। उसी हाल में पकड़ कर पुलिस हिरासत में उसे एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया। इधर प्रिंस खान सहित अन्य आरोपी पुलिस को देखकर फरार हो गए।पांडरपाला इस्लामपुर निवासी वसीम खान ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि फहीम के भांजे उसे परेशान कर रहे हैं। प्रिंस खान, गोपी, गोडिवन और बंटी दुकान से जबरन फल उठावा ले रहे हैं। चारों का नाम लेकर उनका गुर्गा अमीर खान रंगदारी वसूलता है। एक साल से रंगदारी देते-देते तंग आ चुके हैं। उसे धमकी दी जाती थी कि यहां रहना है तो रंगदारी देना होगा वरना ऊपर जाओ। लॉकडाउन में ऐसे ही धंधा मंदा है। इस पर इनकी रंदगारी से जीना मुश्किल हो गया है। वसीम की शिकायत पर डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर मुकेश कुमार ने टीम का गठन किया। जब टीम बुधवार को वासेपुर पहुंची तो फहीम की बहन के घर भगदड़ मच गई।
वसीम ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि 17 मई को शाम चार बजे अमीर उसकी दुकान पर आया। उसे जबरन आरा मोड़ लाइन के किनारे ले गया। वहां उसने जबरन उसकी बात फोन से प्रिंस खान से कराई। प्रिंस ने कहा कि दो दिन के अंदर पांच लाख रुपए देना होगा। वरना पप्पू पाचक, टुन्नू खान और रंजीत सिंह (तीनों मृत) जैसी हालत कर देंगे। प्रिंस ने धमकी देते हुए कहा कि मेरा रिकार्ड देख लेना। हर काम ईद के समय होता है। अब तुम्हारा नंबर है।फहीम खान का कुनबा हाल के कुछ वर्षों में दो हिस्सों में बंट गया है। बेटा, भाई और भतीजा एक तरफ हैं और भांजों का गुट अलग है। दोनों गुटों की आपसी रंजिश के मामले सामने आते रहते हैं। हाल के दिनों में फहीम के भांजों पर लगातार रंगदारी मांगने के आरोप लग रहे थे। वासेपुर में घर बना रहे एक अन्य व्यक्ति ने भी उनके खिलाफ रंगदारी मांगने की शिकायत पुलिस से की है। उसकी भी जांच हो रही है। हाल ही में दोनों गुटों में हुई झड़प में दोनों पक्षों के खिलाफ बैंक मोड़ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।