
बिहार के लगभग एक हजार से अधिक मजदूरों को बंगाल की ओर ले जाने पर श्रमिकों ने जसीडीह स्टेशन पर जमकर हंगामा किया। रेल सूत्रों ने बताया कि सूरत से बारह सौ मजदूरों को लेकर स्पेशल श्रमिक ट्रेन मुजफ्फरपुर पहुंची थी। श्रमिकों को कटिहार जिला जाना था।मुजफ्फरपुर स्टेशन पर यात्रियों के उतरने के बाद खाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन को हावड़ा भेजा जा रहा था। इसी दौरान मुजफ्फरपुर रेलवे ने अनाउंसमेंट कर जानकारी दी कि गाड़ी कटिहार की ओर जा रही है। जल्दबाजी में श्रमिक उसी ट्रेन में सवार हो गए। मुजफ्फरपुर स्टेशन से गाड़ी खुलने के बाद बरौनी स्टेशन पर रोकी गयी। बरौनी स्टेशन पर सैकड़ों मजदूर कटिहार, पूर्णिया, नरपतगंज काढ़ागोला जाने के लिए सवार हो गए, मगर ट्रेन बरौनी स्टेशन से खुलकर सीधे झाझा स्टेशन पर रुकी। इसको देखकर श्रमिक हो-हल्ला करने लगे। जब ट्रेन सुबह 7:55 बजे जसीडीह स्टेशन पार कर रही थी तब श्रमिकों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोका। सभी यात्री स्टेशन पर उतरकर हंगामा करने लगे। घटना की जानकारी मिलते ही स्टेशन प्रबंधक सुधीर मंडल ने यात्रियों से बातचीत की। यात्रियों ने बताया कि उन्हें गलत तरीके से बिहार में रेल प्रशासन की ओर से यहां भेज दिया गया है, उन्हें पुन: वापस भेजा जाए। स्टेशन प्रबंधक ने इसकी सूचना वरीय अधिकारी को दी। इसके बाद ट्रेन को पुन: जसीडीह से 9:57 बजे बरौनी रेलखंड पर भेजा गया। आसनसोल आरपीएफ कमांडेंट चंद्रमोहन मिश्रा ने बताया कि खाली ट्रेन मुजफ्फरपुर से तेलंगाना लौट रही थी, उसमें श्रमिक भूलवश सवार हो गए थे। जानकारी मिलते ही उन्हें वापस भेज दिया गया।