
रामगढ़. कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर लागू लॉकडाउन (Lockdown) में लुटेरों को भी दया आ रही है. रामगढ़ में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. छपरा से लोहरदगा जा रहे चार मजदूरों से रास्ते में बदमाशों (Criminals) ने 2000 रुपये लूट (Loot) लिये. लेकिन उन्हें मजदूरों की दयनीय दशा पर दया आ गई. बदमाशों ने लूटे गये 2000 में से 800 रुपये रखकर 1200 रुपये मजदूरों को लौटा दिया और चल दिये. हालांकि जाने से पहले लुटेरों ने मजदूरों से माफी भी मांगी और बोले सॉरी भाई हम भी कड़की में हैं. ये घटना जिले के कुजू थानाक्षेत्र में शुक्रवार रात घटी.
पहले थप्पड़ मारकर लूटा, फिर दया दिखाते हुए लौटाये रुपये: दरअसल लोहरदगा के रहने वाले स्टीफन मुर्मू, जेवियर, संजय साव और आलोक चौरसिया ने बताया कि वे लोग छपरा में रेलवे का तार बिछाने का काम करते थे. लेकिन लॉकडाउन में काम बंद हो गया. जिसके बाद चारों साइकिल से छपरा से लोहरदगा चल दिये. रास्ते में एक बाइक पर सवार तीन युवकों ने उन्हें रोका और थप्पड़ मारकर पैसे निकालने के लिए कहा. मजदूरों के मुताबिक उनलोगों ने डर से अपने पास मौजूद 2000 रुपये बदमाशों को दे दिये. लेकिन बदमाशों ने उसमें से मात्र 800 रुपये रखकर बाकी 1200 रुपये मजदूरों को लौटा दिया.बाइक स्टार्ट कर वहां से जाते समय बदमाशों ने मजदूरों से ‘सॉरी भाई लॉकडाउन में हमारी भी कड़की है’ कहा. चारों मजदूर कुजू के श्रीराम चौक स्थित महतो मार्केट में रात भर रहे. उनलोगों में से एक की साइकिल पंचर हो गया. इसलिए साइकिल ठीक करवाने के लिए चारों को दुकान खुलने का इंतजार करना पड़ा. चारों किसी तरह जल्दी से घर पहुंचना चाहते हैं. हालांकि लूट की ऐसी किसी घटना से कुजू थाने की पुलिस ने इनकार किया.