
पटना । देश के पांच राज्यों के रेडजोन में आने वाले 11 शहरों से आने वाले लोगों को प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जाएगा। इनमें गुजरात के सूरत और अहमदाबाद, महाराष्ट्र के मुंबई व पुणे, दिल्ली व एनसीआर के फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद व गुडग़ांव के अलावा पश्चिम बंगाल काकोलकाता और कर्नाटक के बेंगलुरु शामिल है। यहां से आने वाले लोगों को ही प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। इसके अलावा अन्य जिलों से आने वालों से प्रपत्र भरवाकर होम क्वारंटाइन पर भेजा जाएगा।
रखे जाएंगे प्रखंड के क्वारंटाइन सेंटर में
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि रैंडम सैंपलिंग से जांच के आधार पर सरकार ने निर्णय लिया है कि अब 11 शहरों से आने वालों को ही प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। ऐसे में गांवों आऐर पंचायतों के क्वारंटाइन सेंटर बंद किए जाएंगे।
14 दिन के लिए किया जाएगा क्वारंटाइन
अगर संवेदनशील शहरों से आने वाले लोगों की संख्या ज्यादा हुई तो उन्हें प्रखंड मुख्यालय के समीप पंचायत भवनों में 14 दिन क्वारंटाइन किया जाएगा। 14 दिन में कोरोना के लक्षण नहीं दिखने पर उन्हें सात दिन के लिए होम क्वारंटाइन पर भेज दिया जाएगा। अन्य राज्यों या जिलों से आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कर बिना लक्षण वालों को होम क्वारंटाइन किया जाएगा।
पोलियो की तर्ज पर होगी मेडिकल स्क्रीनिंग
होम क्वारंटाइन लोगों की पोलियो अभियान की तर्ज पर प्रतिदिन स्क्रीनिंग की जाएगी। यदि किसी प्रवासी में 14 दिन में कोरोना के लक्षण दिखेंगे तो उनका सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा। इसके साथ ही उनके संपर्क को भी तलाशा जाएगा। ताकि कोरोना वायरस की चेन को रोका जा सके।