
हजारीबाग जिला के बरकट्ठा के गोरहर थाना के पास एनएच दो पर शनिवार को शाम साढ़े चार बजे स्कॉर्पियो और गैस सिलेंडर लोड ट्रक में भिड़ंत हो गई। हादसे में बोकारो के बालीडीह निवासी दो लोगों की मौत हो गई, वहीं तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। चालक मोहम्मद चांद (31) और हाफिज मोहम्मद जमाल (68) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। स्कार्पियो सवार हाफिज मोहम्मद जमाल (68), चालक मोहम्मद चांद (31), रुखसार परवीन (20), माहे परवीन (42) व मोहम्मद समीर (16) बिहार के रोहतास से बोकारो लौट रहे थे। गोरहर थाना के समीप गैस सिलेंडर लोड ट्रक से स्कॉर्पियो की टक्कर हो गई। हादसे में तीनों घायलों को सामुदायिक अस्पताल बरकट्ठा लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर हज़ारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल किया गया।
इस कारण हो रहे हादसे: चतुर्भुजी जीटी रोड को सिक्सलेन में तब्दील करने को लेकर गोरहर थाना के समीप लेंबुआ मोड़ पास रोड अंडरपास का निर्माण कार्य निर्माणाधीन है। कार्य एजेंसी ने कार्य को लेकर रोड को वनवे किये जाने के स्थान पर दोनों ओर से तेज गति में वाहन चलने से हादसे हो रहे हैं। गौरतलब हो कि जबसे निर्माण कार्य शुरु हुए हैं। अबतक आधे दर्जन से अधिक लोंगो की जान जा चुकी है। लोंगो को मानना है कि निर्माण कार्य के क्रम में बायपास रोड होता तो दोनों रोड चालू रहने पर आमने सामने वाहनों की भिड़ंत नहीं होती।बालीडीह थाना क्षेत्र के मखदुमपुर में शनिवार शाम हादसे की सूचना आने के बाद शोक की लहर दौड़ पड़ी। मृतक के परिजन शाम पांच बजे हजारीबाग के लिए रवाना हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि हाफिज मोहम्मद जमाल लॉकडाउन के कारण दो माह से बिहार के रोहतास स्थित अपने पैतृक घर पर फंस गए थे। उन्होंने परिजनों के साथ आने के लिए बोकारो से कार मंगाई। जिसे लेकर चालक मोहम्मद चांद शनिवार अहले सुबह रोहतास रवाना हुए थे। वहां से हाफिज मोहम्मद जमाल के साथ नाती व पोते समेत 5 लोग स्कॉर्पियो से बोकारो लौट रहे थे। इसी दौरान हादसा हुआ। मोहम्मद चांद की शादी कुछ माह पहले ही हुई थी और वह चार भाइयों में सबसे छोटा था। चांद पत्नी के साथ किराए के मकान में रहता था। जबकि हाफिज मोहम्मद एचएससीएल से रिटायर्ड कर्मी थे और वह परिवार के साथ मकदुमपुर के आवास में ही वर्षों से रह रहे थे। लेकिन, लॉकडाउन से पूर्व वह अपने पैतृक घर रोहतास गए थे।