
गिरिडीह के गांडेय के ताराटांड़ थाना क्षेत्र के नावाटांड़ गांव में सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन कर मछली मारने से ग्रामीणों को मना किया, तो वे पुलिस से उलझ गए। उनपर पथराव कर दिया, जिससे तीन जवान घायल हो गए और पेट्रोलिंग वाहन भी मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। यह घटना रविवार की शाम हुई। पुलिस ने 23 लोगों को नामजद किया है और पांच लोगों को गिरफ्तार कर गिरिडीह जेल भेज दिया। ताराटांड़ थाने में लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर बीडीओ सह लॉकडाउन के इंसीडेंट कमांडर के लिखित बयान पर केस दर्ज किया गया है, जिसमें 23 नामजद और 35 अज्ञात व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया गया। पांच लोगों को गिरफ्तार कर सोमवार को गिरिडीह जेल भेज दिया। जेल गए लोगों में शाहिद अंसारी, रमजान अंसारी, कासिम अंसारी, ताहिर अंसारी और बारिक अंसारी हैं। सभी नावाटांड़ गांव के निवासी हैं। क्या है पूरी घटना: एसडीपीओ कुमार गौरव ने बताया कि नावाटांड़ में रविवार की दोपहर 2.30 से 3.00 बजे के बीच 150 लोग तालाब में मछली मार रहे थे। सूचना पर पुलिस के गश्ती दल ने पहुंचकर ग्रामीणों को मछली मारने से मना किया। ग्रामीण पुलिस की बात मानकर तालाब से बाहर आ गए। पुलिस वापस आ गई। शाम में पुन: मछली मारने की सूचना मिली। थाना प्रभारी दिनेश महली तालाब पर पहुंचे। उन्होंने मना किया तो ग्रामीणों ने उनकी बात मानने से इनकार कर दिया। पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई। ग्रामीणों ने ईंट व पत्थर से हमला कर दिया, जिसमें तीन जवान घायल हो गए। पुलिस ने मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी इंसीडेंट कंमाडर सह बीडीओ हरि उरांव और दंडाधिकारी सह सीओ धंनजय पाठक को दी गई। सूचना पाकर दोनों घटनास्थल पर पहुंचे।