
पटना: नेता प्रतिपक्ष अब किसान आंदोलन के समर्थन में उतरे हैं। उन्होंने आज शुक्रवार (4 दिसंबर) को प्रेस कांफ्रेंस कर एलान किया कि किसानों के समर्थन में कल पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के सामने किसानों के समर्थन में पार्टी धरना देगी। धरना में महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस और वाम दल भी शामिल होंगे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि देश भर के किसानों में सरकार के प्रति बड़ी नाराजगी है। हमने किसानों का मुद्दा उठाया। यह वहीं सरकार है जो कह रही थी कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की जाएगी। भला एमएसपी के बगैर कैसे दोगुनी होगी आय । सरकार से जवाब मांगा जा रहा है तो वह जवाब नहीं देना चाहती, मुद्दे से भटका रही है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कृषि कानून को बदलने की मांग की है। तेजस्वी ने कहा कि हमारा विरोध जारी रहेगा और किसान विरोधी सरकार को हटाकर ही दम लेंगे। राजद नेता ने कहा कि केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानून के विरोध में बिहार के सभी जिलों में राजद ने प्रदर्शन किया। आगे भी करते रहेंगे।
तेजस्वी पर पलटवार करते हुए प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव वैसे लोगों में शामिल हैं जो अकारण किसी विषय का विरोध करते हैं। कृषि कानून पर उन्हें बोलने का हक नहीं है क्योंकि उनके पिता तो किसानों के पशुओं का चारा ही खा गए थे। वह तो किसानों के मसले पर केवल घडिय़ाली आंसू ही बहा सकते हैं। वैसे भी तेजस्वी यादव न तो किसान रहे हैं और न ही किसानों की समस्या जानते हैं।
संजय ने कहा कि किसानों की समस्या से जुड़े मसले को लेकर तेजस्वी यादव के दल का विरोध प्रदर्शन उनकी अज्ञानता बताता है। किसानों की सुविधा को लेकर 2006 से व्यवस्था बिहार में लागू है। तेजस्वी यादव तो नीतीश कुमार की सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे हैं। ऐसा लगता है कि सरकार के काम की उन्हें थोड़ी भी जानकारी नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो यह भी कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल से किसानों को फसल खरीद में कोई परेशानी नहीं होगी।