
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार कानून के शासन से दूरी बना रही है।
धनखड़ ने डॉ बी आर आंबडेकर की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘डॉ बी आर आंबेडकर की आत्मा पर बड़ा हमला किया जा रहा है। मैं पश्चिम बंगाल में शासन के संविधान के मार्ग से हटने पर बहुत चिंतित और दुखी हूं।’’
आपको बता दे पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त होने के बाद से धनखड़ का तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ गतिरोध जारी है। उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल सरकार कानून के शासन से दूरी बना रही है।’’
राज्यपाल ने कहा, ‘‘संविधान के अनुरूप शासन सुनिश्चित करने और पुलिस तथा प्रशासन को राजनीतिक रूप से तटस्थ बनाने का समय है।’’
वहीं राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता सरकार के कामकाज की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनका काम ऐसा है कि मुझे मजबूर किया जा रहा है।
मुझे उम्मीद है कि वो संविधान की भावना को समझेंगी और सही रास्ते पर चलेंगी। मुझे आशा है कि वे इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देंगी और मेरे हाथों को एक सीमा से अधिक मजबूर नहीं करेंगी।’
इस बीच बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने किसान आंदोलन पर निशाना साधा। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि किसान आंदोलन में कनाडा की भूमिका और खालिस्तान के समर्थन की जांच होनी चाहिए। इसकी जांच होनी चाहिए कि क्या इसके लिए फंड आ रहा है।
कैलाश विजयवर्गीय ने इसी बहाने बंगाल की ममता सरकार पर भी निशाना साधा। बीजेपी नेता ने कहा कि ममता ने भी 2016 ऐसे ही कानून बनाए थे तो वो अब क्यों इसका (नए कृषि कानूनों) विरोध कर रही हैं। वो अपना दोहरा रुख क्यों दिखा रही हैं?