
नैनीताल : नैनीताल में क्रिसमस व 31 दिसंबर पर होने वाली पर्यटकों की भीड़ व इस दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए इंतजामों को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है।
वहीं हाई कोर्ट द्वारा संक्रमण रोकथाम के लिए पूछे गए इंतजाम के क्रम में डीएम सविन बंसल ने पार्किग, कोरोना टेस्टिंग, सामाजिक दूरी बनाए रखने आदि के लिए शुक्रवार को अधिकारियों की बैठक बुलाई है।
हालांकि सात दिसंबर से ही जिला प्रशासन नैनीताल के दो एंट्री प्वाइंट पर शहर में आने वाले पर्यटकों की कोरोना स्क्रीनिंग कर भी रहा है।
आपको बता दे कोविड अस्पताल में सुविधाओं एवं क्वारंटाइन सेंटर की स्थिति को लेकर दायर जनहित याचिकाओं के तहत हाई कोर्ट ने सभी जिलों में डीएम की अध्यक्षता में निगरानी कमेटियां बनाई हैं।
इसमें जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव के साथ ही खाद्य सुरक्षा अधिकारी भी शामिल हैं। कोर्ट लगातार सभी निगरानी समितियों से सुझाव मांग रहा है और उन पर गंभीरता से अमल के लिए सरकार को निर्देशित भी कर रहा है।
इसी क्रम में नैनीताल जिला निगरानी समिति का अनुमान है कि नैनीताल में क्रिसमस व थर्टी फस्र्ट पर करीब चार हजार वाहन एंट्री कर सकते हैं। इस आधार पर पर्यटकों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग के इंतजाम करने होंगे।
वहीं एडीएम कैलाश टोलिया के अनुसार थर्टी फस्र्ट व क्रिसमस में पर्यटकों के लिए इंतजामों को लेकर हर वर्ष बैठक की जाती रही है।
इस बार कोरोना संक्रमण एवं हाई कोर्ट द्वारा पूछे गए उपायों के चलते भी शुक्रवार को डीएम सविन बंसल की अध्यक्षता में बैठक होगी। उसमें व्यापक रणनीति तय की जाएगी। जिसके बाद 23 दिसंबर को सुझाव कोर्ट के समक्ष रखे जाएंगे।
बीडी पांडे अस्पताल के पीएमएस डा केएस धामी के मुताबिक बारापत्थर व तल्लीताल में स्क्रीनिंग व टेस्टिंग के बाद अब तक किसी पर्यटक की कोरोना जांच पाजीटिव नहीं आई है।
फिलहाल गुरुवार को भी पर्यटकों की कोरोना टेस्टिंग की गई, सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। खांसी, बुखार या अन्य दिक्कतों पर पर्यटक स्वयं भी अस्पताल पहुंच रहे हैं। पाजिटिव पाए जाने की स्थिति में आइसोलेट कराया जाएगा।
बता दे प्रभारी ईओ नगर पालिका लता आर्या ने बताया कि हाई कोर्ट के निर्देशानुसार सात दिसंबर से बारापत्थर व तल्लीताल टोल चुंगी में दिल्ली एनसीआर से आने वाले पर्यटक वाहन के चालकों व पर्यटकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है।
अब तक किसी पर्यटक का तापमान ऐसा नहीं पाया गया, जिससे उसकी कोरोना टेस्टिंग की जा सके। कालाढूंगी मार्ग से साढ़े तीन सौ जबकि हल्द्वानी मार्ग से आने वाले करीब सात सौ वाहनों के चालक व पर्यटकों की स्क्रीनिंग की गई है।
वहीं, अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता चंद्रशेखर रावत ने कहा कि हाई कोर्ट ने नैनीताल व मसूरी में क्रिसमस व थर्टी फस्र्ट के दौरान पर्यटकों की संभावित भीड़ को देखते हुए सरकार से कहा है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए क्या किया जा रहा है। साथ ही क्या किया जा सकता है। इस पर 23 दिसंबर को शपथ पत्र के साथ रिपोर्ट कोर्ट में पेश करें।