
देश में अब आने वाले कुछ सालों तक चुनाव का महौल बना रहेगा। क्योंकि अभी हाली में बिहार विधानसभा का चुनाव संपन्न हुआ है और अब अगला चुनाव बंगाल विधानसभा का होने वाला है।
ऐसे में तमाम पार्टियां चुनावों में जुटी हुई है। उधर, दिल्ली सरकार में विराजमान आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के अगले चुनाव में लड़ेंगे। इस बात की जानकारी खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दी है।
केजरीवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर पार्टी की सरकार आई, लेकिन अपने घर भरने के सिवाय किसी ने यूपी के लिए कुछ नहीं किया। आज छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए यूपी के लोगों को दिल्ली क्यों आना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी पार्टियों ने लोगों को धोखा दिया है। प्रत्येक सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में एक दूसरे को पार कर दिया था। दिल्ली में रहने वाले उत्तर प्रदेश के बहुत से लोगों ने पिछले कुछ वर्षों में हमें बताया है कि यूपी भी दिल्ली की तरह कल्याण और लाभ का हकदार है।
केजरीवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर पार्टी की सरकार आई, लेकिन अपने घर भरने के सिवाय किसी ने यूपी के लिए कुछ नहीं किया। आज छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए यूपी के लोगों को दिल्ली क्यों आना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी पार्टियों ने लोगों को धोखा दिया है। प्रत्येक सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में एक दूसरे को पार कर दिया था। दिल्ली में रहने वाले उत्तर प्रदेश के बहुत से लोगों ने पिछले कुछ वर्षों में हमें बताया है कि यूपी भी दिल्ली की तरह कल्याण और लाभ का हकदार है।
केजरीवाल ने कहा कि आज यूपी में सही और साफ नीयत वाली राजनीति की कमी है। ये केवल आम आदमी पार्टी दे सकती है। उत्तर प्रदेश को गंदी राजनीति और भ्रष्ठ नेताओं ने विकास से दूर रखा। इसलिए दिल्ली में जो सुविधाएं लोगों को मिल रही है, वो यूपी में अभी तक नहीं मिलीं। उन्होंने कहा कि यूपी में ‘आप’ की सरकार बनने पर वहां भी दिल्ली के विकास मॉडल को लागू करेंगे।
इससे पहले दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। इसके लिए दलित समाज से आने वाले मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को चुनाव प्रभारी बनाया गया है। आम आदमी पार्टी ने डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान और विधायक सुरेंद्र कुमार को सह प्रभारी बनाया है।
आम आदमी पार्टी पंजाब के विधानसभा चुनावों में भी अपनी किस्मत आजमा चुकी है लेकिन वहां उसे खास फायदा नहीं हुआ है। अब देखना है कि यूपी में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है या करारी हार मिलती है