
पटना: बिहार के भूमि एवं राजस्व विभाग मंत्री राम सूरत राय ने नीतीश सरकार की किरकिरी की है। उन्होंने आज सोमवार ( 14 दिसंबर) बड़ा बयान दिया है। मंत्री ने कहा है कि मेरे विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है। यहां दाखिल-खारिज में खूब मनमानी होती है। बिना प्रॉपर डॉक्यूमेंट्स के ही दाखिल-खारिज करा दिया जाता है। इसके अलावा आम आदमी पिसता रहता है। उनका काम आसानी से नहीं हो पाता है।
बीजेपी नेताओं का नीतीश सरकार पर लगातार हमला जारी है। इसके पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और दरभंगा के विधायक संजय सरावगी प्रदेश में अपराध के बढ़ते मामलों को लेकर नीतीश सरकार को घेरा था ।
उन्होंने बयान जारी कर बिहार में बढ़ते अपराध पर चिंता जताई थी। संजय सरावगी ने तो यहां तक कह डाला था कि अपराधियों में पुलिस-प्रशासन का भय खत्म हो गया है। तभी तो इतनी आसानी से दरभंगा के बीच बाजार स्थित ज्वेलरी शॉप से सात करोड़ रुपये की लूट कर आराम से फायरिंग करते चलते बने।
बता दें कि राम सूरत राय को बीजेपी ने पहली बार मंत्री बनाया है। वे मुजफ्फरपुर के औराई विधान सभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर आए हैं। इसके पहले 2015 में वे चुनाव हार गए थे।2010 में वे पहली बार विधायक बने थे। तब उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंदी राजद के डॉ सुरेंद्र राय को हराया था ।
बिहार में यादव जाति का बड़ा वोट बैंक है। राम सूरत राय यादव समुदाय से आते हैं। भाजपा ने उन्हेें मंत्री बनाकर यादव समुदाय को साधने की कोशिश की है। उनसे उम्मीद की जा रही थी कि वे राजद के वोट बैंक में सेंध लगाएंगे।