
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूर्णिया जिला के पूर्णिया सिटी में निकाली गई भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। जगन्नाथ मंदिर पूर्णिया सिटी से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा काफी धूमधाम से मनाई गई भगवान का श्रृंगार कर रथ पर बिठाया गया फिर श्रद्धालु सब रथ खींचते हुए नाका चौक पूर्णिया सिटी से गोदना ठाकुरबाड़ी मंदिर में लाएं वहां उन्होंने अपनी मौसी से भेंट किया।
इसके बाद पुनः वापस लौटकर अपने मंदिर जगरनाथ बारी चले गए। इस अवसर पर काफी संख्या में लोगों ने अपने-अपने घरों से निकलकर भगवान जगन्नाथ जी का दर्शन किया और उन्हें फूल मालाएं प्रसाद का भोग लगाया। युवाओं में काफी उत्साह देखा गया । रथ यात्रा के उत्साह में हैं श्रद्धालु यह भी भूल गए कि अभी कोबिड खत्म नहीं हुआ है और उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क का ध्यान रखना चाहिए था
वही ओडिशा के पुरी में सोमवार को ढोल, मंजीरे और शंख की ध्वनि तथा ‘हरि बोल’ के उद्घोष के साथ भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की वार्षिक रथयात्रा निकली। इस दौरान कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से पालन किया गया और पूरे शहर में कर्फ्यू लागू रहा। बारहवीं शताब्दी के मंदिर के इतिहास में लगातार दूसरे साल और दूसरी बार ऐसा हुआ जब रथयात्रा में आमजन शामिल नहीं हो सके।
मंदिर के सामने तीन किलोमीटर तक ‘ग्रैंड रोड’ सूनी पड़ी थी और केवल कुछ चुनिंदा पुजारी और पुलिसकर्मियों को ही उपस्थित रहने की अनुमति थी। पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने बताया कि केवल उन्हीं सेवादारों, पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को उत्सव में भाग लेने की अनुमति थी जिनकी कोविड-19 जांच ‘निगेटिव’ थी। उन्होंने कहा कि सड़कों या घर की छतों पर एकत्र होने की मनाही थी।