
झारखंड में 21 दिसंबर को पेट्रोल-डीजल हड़ताल होने वाली है। जिसके चलते आम जानता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। दरअसल झारखंड के 1488 पेट्रोल पंपों में 21 दिसंबर को पेट्रोल-डीजल की खरीद-बिक्री ठप रहेगी। रविवार को झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने इसकी घोषणा कर दी है।
एसोसिएशन के अध्य्क्ष अशोक सिंह ने कहा कि सरकार को समय दिया गया, लेकिन हमारी मांगों पर विचार नहीं हुआ। हमने सरकारी बकाया के भुगतान की भी मांग की थी, जिसपर वित्त मंत्री ने आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। लिहाजा 21 की दिसंबर की बंदी के कारण जनता को जो परेशानी होगी। उसके लिए सरकार जिम्मेवार होगी।
मिली जानकारी के चलते 3 दिसंबर को एसोसिएशन ने डीजल में वैट 22 फीसदी से 17 फीसदी घटाने की मांग की थी। एसोसिएशन ने अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि अगर 10 दिनों के भीतर हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो 21 से हम हड़ताल पर रहेंगे।
एसोसिएशन के मुताबिक झारखंड में डीजल महंगा होने के कारण राज्य के काफी ग्राहक बिहार, यूपी, ओडिसा व छत्तीसगढ़ से डीजल ले रहे हैं। जिससे डीलर्स के साथ-साथ सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। एसोसिएशन ने यह भी कहा था कि सरकार अगर डीज़ल पर वैट कम करती भी है, तो इससे राजस्व बढ़ेगा। अगर राजस्व घटता है तो एसोसिएशन इसकी भरपाई करेगा। एसोसिएशन ने बताया कि इस एक दिन की बंदी से सरकार को 10 करोड़ 28 लाख रुपये राजस्व का नुकसान होगा। वहीं, 21 लाख 42 हजार 800 लीटर पेट्रोल व 37 लाख 40 हज़ार लीटर डीजल की बिक्री प्रभावित होगी।